आज का पंचांग 15 फरवरी 2025 शनिवार

विक्रम संवत और शक सम्वत
- विक्रम संवत: 2081 (पिंगल)
- शक सम्वत: 1946 (क्रोधी)
तिथियाँ
- कृष्ण पक्ष तृतीया: 14 फरवरी 2025, रात 09:52 बजे से 15 फरवरी 2025, रात 11:52 बजे तक।
- कृष्ण पक्ष चतुर्थी: 15 फरवरी 2025, रात 11:52 बजे से 17 फरवरी 2025, सुबह 02:16 बजे तक।
नक्षत्र
- उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र: 14 फरवरी 2025, रात 11:09 बजे से 16 फरवरी 2025, सुबह 01:39 बजे तक।
- हस्त नक्षत्र: 16 फरवरी 2025, सुबह 01:39 बजे से 17 फरवरी 2025, सुबह 04:31 बजे तक।
करण
- वणिज करण: 14 फरवरी 2025, रात 09:52 बजे से 15 फरवरी 2025, सुबह 10:49 बजे तक।
- विष्टि करण: 15 फरवरी 2025, सुबह 10:49 बजे से 15 फरवरी 2025, रात 11:52 बजे तक।
- बव करण: 15 फरवरी 2025, रात 11:52 बजे से 16 फरवरी 2025, दोपहर 01:02 बजे तक।
योग
- सुकर्मा योग: 14 फरवरी 2025, सुबह 07:20 बजे से 15 फरवरी 2025, सुबह 07:32 बजे तक।
- धृति योग: 15 फरवरी 2025, सुबह 07:32 बजे से 16 फरवरी 2025, सुबह 08:05 बजे तक।
वार
- शनिवार: आज का दिन शनिवार है, जो विशेष महत्व रखता है। यह दिन शनि देव की पूजा के लिए उत्तम है।
सूर्य और चंद्रमा का समय
- सूर्योदय: 7:03 AM
- सूर्यास्त: 6:18 PM
- चन्द्रोदय: 15 फरवरी 2025, रात 8:51 PM
- चन्द्रास्त: 16 फरवरी 2025, सुबह 9:01 AM
अशुभ काल (अशुभ मुहूर्त)
- राहू काल: 9:51 AM – 11:16 AM
- यम गण्ड: 2:05 PM – 3:29 PM
- कुलिक काल: 7:03 AM – 8:27 AM
- दुर्मुहूर्त: 08:33 AM – 09:18 AM
- वर्ज्यम्: 07:06 AM – 08:52 AM
शुभ काल (शुभ मुहूर्त)
- अभिजीत मुहूर्त: 12:18 PM – 01:03 PM
- अमृत काल: 05:41 PM – 07:27 PM
- ब्रह्म मुहूर्त: 05:26 AM – 06:14 AM
विशेष योग
- अमृतसिद्धि योग: 16 फरवरी 2025, सुबह 07:02 AM से 17 फरवरी 2025, सुबह 04:31 AM तक (हस्त नक्षत्र और रविवार के दिन)
- सर्वार्थसिद्धि योग: 16 फरवरी 2025, सुबह 07:02 AM से 17 फरवरी 2025, सुबह 04:31 AM तक (हस्त नक्षत्र और रविवार के दिन)
चंद्राष्टम
- धनिष्ठा नक्षत्र (अंतिम 2 पद), शतभिषा, पूर्व भाद्रपद (प्रथम 3 पद)
आज का दिन कैसे मनाएं
आज का दिन विशेष रूप से शुभ और सकारात्मक घटनाओं के लिए उपयुक्त है। यदि आप कोई महत्वपूर्ण कार्य करना चाहते हैं, तो अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल का समय सर्वोत्तम रहेगा। वहीं, राहू काल, यम गण्ड और दुर्मुहूर्त से बचने की कोशिश करें, क्योंकि यह समय शुभ नहीं माना जाता।
आज का दिन शनि देव की पूजा और मंत्र जाप के लिए अच्छा है। इसके साथ ही, अगर आप कोई नया निवेश या महत्वपूर्ण निर्णय लेने की सोच रहे हैं, तो ध्यान रखें कि शुभ समय का लाभ उठाने के लिए आपके पास उचित समय होना चाहिए।
शेष शुभ समाचार
आज के पंचांग में अमृतसिद्धि योग और सर्वार्थसिद्धि योग जैसी उच्चतम शुभ स्थितियाँ बन रही हैं। इसका मतलब है कि इस दिन किए गए शुभ कार्यों का फल बहुत अच्छा मिल सकता है।