विक्रम संवत 2081: दिनांक 26 फरवरी 2025 पंचांग विवरण

26 फरवरी 2025 पंचांग
भारतीय पंचांग के अनुसार, 26 फरवरी 2025, बुधवार के दिन का विस्तृत ज्योतिषीय और धार्मिक विवरण निम्नलिखित है। इस दिन के शुभ और अशुभ योगों के आधार पर अपने दिनचर्या और धार्मिक अनुष्ठान की योजना बनाएं।
पंचांग विवरण
विक्रम संवत – 2081, पिंगल
शक संवत – 1946, क्रोधी
पूर्णिमांत माह – फाल्गुन
अमांत माह – माघ
तिथि (कृष्ण पक्ष)
त्रयोदशी – 25 फरवरी 12:47 PM से 26 फरवरी 11:08 AM तक
चतुर्दशी – 26 फरवरी 11:08 AM से 27 फरवरी 08:54 AM तक
नक्षत्र
श्रवण – 25 फरवरी 06:30 PM से 26 फरवरी 05:23 PM तक
धनिष्ठा – 26 फरवरी 05:23 PM से 27 फरवरी 03:43 PM तक
करण
वणिज – 26 फरवरी 12:03 AM से 11:08 AM तक
विष्टि – 26 फरवरी 11:08 AM से 10:05 PM तक
शकुनि – 26 फरवरी 10:05 PM से 27 फरवरी 08:55 AM तक
योग
परिघ – 26 फरवरी 05:50 AM से 27 फरवरी 02:57 AM तक
शिव – 27 फरवरी 02:57 AM से 11:40 PM तक
वार
बुधवार
त्यौहार और व्रत
महाशिवरात्रि
मास शिवरात्रि
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 06:54 AM
सूर्यास्त – 06:24 PM
चन्द्रोदय – 26 फरवरी 05:38 AM
चन्द्रास्त – 26 फरवरी 04:49 PM
अशुभ काल (इस समय महत्वपूर्ण कार्य करने से बचें)
राहु काल – 12:39 PM – 02:05 PM
यम गण्ड – 08:20 AM – 09:47 AM
कुलिक – 11:13 AM – 12:39 PM
दुर्मुहूर्त – 12:16 PM – 01:02 PM
वर्ज्यम् – 09:06 PM – 10:35 PM
शुभ मुहूर्त (महत्वपूर्ण कार्यों के लिए शुभ समय)
अभिजीत मुहूर्त – उपलब्ध नहीं
अमृत काल – 07:27 AM – 08:59 AM, 06:02 AM – 07:31 AM
ब्रह्म मुहूर्त – 05:17 AM – 06:05 AM
आनन्दादि योग
छत्र – 05:23 PM तक
मित्र
ग्रह स्थिति
सूर्य राशि – कुंभ
चंद्र राशि – 27 फरवरी 04:37 AM तक मकर, तत्पश्चात कुंभ
वैदिक ऋतु – शिशिर
द्रिक ऋतु – वसंत
विशेष योग और चंद्राष्टम
- चंद्राष्टम – मृगशिरा नक्षत्र के अंतिम 2 चरण, आर्द्रा, पुनर्वसु के पहले 3 चरण के जातकों के लिए विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
निष्कर्ष
26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि और मास शिवरात्रि जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्यौहार होने के कारण यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिव योग के कारण यह दिन भगवान शिव की आराधना और साधना के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। शुभ मुहूर्त का ध्यान रखकर कार्य करने से लाभ मिलेगा, वहीं अशुभ काल में महत्वपूर्ण कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है।
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