12 मार्च 2025 का पंचांग विक्रम संवत 2081: एक दिव्य पंचांग विश्लेषण

आज का पंचांग 12 मार्च 2025
भारत में समय, तिथि और नक्षत्रों का महत्व अनादिकाल से चला आ रहा है। पंचांग हमें दिन-प्रतिदिन के शुभ-अशुभ समय की जानकारी प्रदान करता है। आइए जानते हैं, विक्रम संवत 2081 के अंतर्गत दिन विशेष की महत्वपूर्ण जानकारियाँ।
पंचांग विवरण:
- विक्रम संवत: 2081 (पिंगल)
- शक संवत: 1946 (क्रोधी)
- पूर्णिमांत मास: फाल्गुन
- अमांत मास: फाल्गुन
तिथि विवरण:
- शुक्ल पक्ष त्रयोदशी: 11 मार्च, प्रातः 08:14 से 12 मार्च, प्रातः 09:11 तक
- शुक्ल पक्ष चतुर्दशी: 12 मार्च, प्रातः 09:12 से 13 मार्च, प्रातः 10:36 तक
नक्षत्र:
- मघा: 12 मार्च, 02:15 AM से 13 मार्च, 04:05 AM तक
- पूर्व फाल्गुनी: 13 मार्च, 04:05 AM से 14 मार्च, 06:19 AM तक
करण:
- तैतिल: 11 मार्च, 08:39 PM – 12 मार्च, 09:12 AM
- गर: 12 मार्च, 09:12 AM – 12 मार्च, 09:51 PM
- वणिज: 12 मार्च, 09:51 PM – 13 मार्च, 10:36 AM
योग:
- सुकर्मा: 11 मार्च, 01:17 PM – 12 मार्च, 12:59 PM
- धृति: 12 मार्च, 01:00 PM – 13 मार्च, 01:02 PM
वार:
- बुधवार
सूर्य और चंद्रमा का समय:
- सूर्योदय: 06:42 AM
- सूर्यास्त: 06:30 PM
- चन्द्रोदय: 12 मार्च, 05:01 PM
- चन्द्रास्त: 13 मार्च, 06:03 AM
अशुभ काल:
- राहू काल: 12:36 PM – 02:05 PM
- यमगंड काल: 08:10 AM – 09:39 AM
- कुलिक काल: 11:08 AM – 12:36 PM
- दुर्मुहूर्त: 12:12 PM – 01:00 PM
- वर्ज्यम्: 03:10 PM – 04:53 PM
शुभ काल:
- अभिजीत मुहूर्त: उपलब्ध नहीं
- अमृत काल: 01:29 AM – 03:12 AM
- ब्रह्म मुहूर्त: 05:05 AM – 05:53 AM
आनन्दादि योग:
- चर योग: 04:05 AM तक
- सुस्थिर योग
ग्रह स्थिति:
- सूर्य राशि: कुंभ
- चंद्र राशि: सिंह
ऋतु:
- वैदिक ऋतु: शिशिर
- द्रिक ऋतु: वसंत
चंद्राष्टम नक्षत्र:
- उत्तराषाढ़ा (अंतिम 3 चरण), श्रवण, धनिष्ठा (प्रथम 2 चरण)
गण्डमूल नक्षत्र:
- 12 मार्च, 02:15 AM – 13 मार्च, 04:05 AM (मघा)
निष्कर्ष:
पंचांग न केवल धार्मिक अनुष्ठानों और व्रतों के लिए आवश्यक होता है, बल्कि दैनिक जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए भी उपयोगी होता है। इस दिन के अनुसार, शुभ कार्यों के लिए धृति योग और चर योग अत्यंत लाभकारी माने गए हैं।
आपके दिन को और अधिक मंगलमय बनाने के लिए पंचांग की यह जानकारी सहायक सिद्ध हो सकती है। शुभ दिन की शुभकामनाएँ! 🙏