28 मार्च 2025 शुक्रवार का पंचांग: अमावस्या विशेष, ज्योतिषीय प्रभाव और शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग 28 मार्च 2025 शुक्रवार
28 मार्च 2025, शुक्रवार का दिन पंचांग के अनुसार अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी और अमावस्या का विशेष संयोग बन रहा है, जो धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। अमावस्या के दिन पितरों का श्राद्ध, दान-पुण्य और मंत्र साधना का विशेष महत्व होता है। इस दिन चंद्रमा कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेगा, जिससे राशियों पर इसका विशेष प्रभाव पड़ेगा। आइए जानते हैं इस दिन का विस्तृत पंचांग और ज्योतिषीय विशेषताएँ।
📅 28 मार्च 2025 का पंचांग
- 🔹 विक्रम संवत – 2082, कालयुक्त
- 🔹 शक संवत – 1946, क्रोधी
- 🔹 पूर्णिमांत मास – चैत्र
- 🔹 अमांत मास – फाल्गुन
- 🔹 वैदिक ऋतु – शिशिर
- 🔹 द्रिक ऋतु – वसंत
🌕 तिथि एवं नक्षत्र
तिथि:
- कृष्ण पक्ष चतुर्दशी – 27 मार्च, 11:03 PM से 28 मार्च, 07:55 PM तक
- कृष्ण पक्ष अमावस्या – 28 मार्च, 07:55 PM से 29 मार्च, 04:27 PM तक
नक्षत्र:
- पूर्वभाद्रपदा – 28 मार्च, 12:33 AM से 28 मार्च, 10:09 PM तक
- उत्तरभाद्रपदा – 28 मार्च, 10:09 PM से 29 मार्च, 07:26 PM तक
करण:
- विष्टि (भद्रा) – 27 मार्च, 11:03 PM से 28 मार्च, 09:32 AM तक
- शकुनि – 28 मार्च, 09:32 AM से 28 मार्च, 07:55 PM तक
- चतुष्पद – 28 मार्च, 07:55 PM से 29 मार्च, 06:13 AM तक
- नाग – 29 मार्च, 06:13 AM से 29 मार्च, 04:27 PM तक
🕉️ शुभ और अशुभ मुहूर्त
✅ शुभ मुहूर्त:
- अभिजीत मुहूर्त – 12:07 PM – 12:56 PM
- अमृत काल – 02:56 PM – 04:23 PM
- ब्रह्म मुहूर्त – 04:49 AM – 05:37 AM
❌ अशुभ मुहूर्त:
- राहु काल – 11:00 AM – 12:31 PM
- यम गण्ड काल – 03:34 PM – 05:05 PM
- गुलिक काल – 07:58 AM – 09:29 AM
- दुर्मुहूर्त – 08:52 AM – 09:41 AM, 12:56 PM – 01:44 PM
- वर्ज्यम् – 06:18 AM – 07:44 AM
🌞 सूर्य और चंद्रमा की स्थिति
- सूर्योदय – 06:26 AM
- सूर्यास्त – 06:37 PM
- चंद्रोदय – 05:29 AM
- चंद्रास्त – 05:38 PM
- सूर्य राशि – मीन
- चंद्र राशि – कुंभ से मीन (04:47 PM के बाद)
🔮 ज्योतिषीय योग और प्रभाव
✨ अमावस्या का महत्व:
अमावस्या को पितरों को तर्पण करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन किया गया दान-पुण्य कई गुना फलदायी होता है। साथ ही, मंत्र सिद्धि, हवन, और शिव पूजा के लिए यह उत्तम दिन माना जाता है।
📿 शुभ योग:
- शुक्ल योग – 28 मार्च, 05:56 AM से 29 मार्च, 02:06 AM तक रहेगा।
- ब्रह्म योग – 29 मार्च, 02:06 AM से 29 मार्च, 10:03 PM तक रहेगा।
- ध्वजा योग (केतु) – रात्रि 10:09 PM के बाद प्रभावी रहेगा।
🌓 चंद्रमा का राशि प्रभाव:
चंद्रमा कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेगा, जिससे राशियों पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ेगा:
- मेष, सिंह, धनु राशि वालों के लिए यह दिन शुभ रहेगा।
- वृषभ, कन्या, और मकर राशि वालों को आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए।
- मिथुन, तुला, और कुंभ राशि वालों को करियर और स्वास्थ्य में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
🌿 28 मार्च 2025 को क्या करें और क्या न करें?
✅ क्या करें?
✔ अमावस्या पर पितरों को जल अर्पण करें और श्राद्ध करें।
✔ ब्रह्म मुहूर्त में मंत्र जाप और ध्यान करें।
✔ शिवजी की उपासना करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
✔ दान-पुण्य करें, जैसे अन्न, वस्त्र, और तेल का दान।
✔ घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए हवन करें।
❌ क्या न करें?
❌ राहु काल (11:00 AM – 12:31 PM) में कोई नया कार्य न करें।
❌ यात्रा से पहले शुभ मुहूर्त देखें, विशेष रूप से अशुभ योगों में यात्रा न करें।
❌ इस दिन बाल कटवाने और नाखून काटने से बचें।
❌ कर्ज लेने या उधार देने से बचें, इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है।
🔆 निष्कर्ष
28 मार्च 2025 का दिन धार्मिक, ज्योतिषीय और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन अमावस्या, ब्रह्म योग, और शुभ योगों का संयोग बन रहा है, जो इसे पितृ तर्पण, दान-पुण्य, और शिव साधना के लिए उत्तम बनाता है। इस दिन शुभ कार्यों में शामिल होकर, हवन, पूजा, और दान करके आप अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं। आप सभी को मंगलमय दिन की शुभकामनाएँ!
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