1 अप्रैल 2025 मंगलवार का पंचांग: वरद चतुर्थी और शुभ संयोग

आज का पंचांग 1 अप्रैल 2025 मंगलवार
1 अप्रैल 2025, मंगलवार का दिन वरद चतुर्थी के पावन पर्व के साथ शुभ संयोग लेकर आया है। इस दिन चंद्रमा मेष राशि से वृषभ राशि में प्रवेश करेगा, जिससे जीवन में स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। सर्वार्थसिद्धि योग और अभिजीत मुहूर्त इस दिन को और भी विशेष बना रहे हैं। आइए जानते हैं इस दिन का विस्तृत पंचांग, शुभ मुहूर्त और ज्योतिषीय महत्व।
📅 1 अप्रैल 2025 का पंचांग
- 🔹 विक्रम संवत – 2082, कालयुक्त
- 🔹 शक संवत – 1947, विश्वावसु
- 🔹 पूर्णिमांत मास – चैत्र
- 🔹 अमांत मास – चैत्र
- 🔹 वैदिक ऋतु – वसंत
- 🔹 द्रिक ऋतु – वसंत
🌕 तिथि एवं नक्षत्र
तिथि:
- शुक्ल पक्ष चतुर्थी – 1 अप्रैल, 05:42 AM से 2 अप्रैल, 02:32 AM तक
- शुक्ल पक्ष पंचमी – 2 अप्रैल, 02:32 AM से 2 अप्रैल, 11:50 PM तक
नक्षत्र:
- भरणी – 31 मार्च, 01:45 PM से 1 अप्रैल, 11:06 AM तक
- कृत्तिका – 1 अप्रैल, 11:06 AM से 2 अप्रैल, 08:49 AM तक
करण:
- वणिज – 1 अप्रैल, 05:42 AM से 1 अप्रैल, 04:04 PM तक
- विष्टि (भद्रा) – 1 अप्रैल, 04:04 PM से 2 अप्रैल, 02:32 AM तक
🕉️ शुभ और अशुभ मुहूर्त
✅ शुभ मुहूर्त:
- अभिजीत मुहूर्त – 12:06 PM – 12:55 PM
- अमृत काल – 06:50 AM – 08:15 AM
- ब्रह्म मुहूर्त – 04:45 AM – 05:33 AM
❌ अशुभ मुहूर्त:
- राहु काल – 03:34 PM – 05:06 PM
- यम गण्ड काल – 09:26 AM – 10:58 AM
- गुलिक काल – 12:30 PM – 02:02 PM
- दुर्मुहूर्त – 08:50 AM – 09:39 AM, 11:19 PM – 12:06 AM
- वर्ज्यम् – 09:58 PM – 11:25 PM
🌞 सूर्य और चंद्रमा की स्थिति
- सूर्योदय – 06:22 AM
- सूर्यास्त – 06:38 PM
- चंद्रोदय – 08:11 AM
- चंद्रास्त – 10:06 PM
- सूर्य राशि – मीन
- चंद्र राशि – 1 अप्रैल, 04:30 PM तक मेष, फिर वृषभ
🔮 ज्योतिषीय योग और प्रभाव
🛕 वरद चतुर्थी का महत्व
वरद चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित एक विशेष व्रत है। “वरद” का अर्थ है वरदान, अर्थात् इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों को इच्छित फल की प्राप्ति होती है।
🔹 इस दिन गणपति की पूजा करने से सभी विघ्नों का नाश होता है और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
🔹 विशेष रूप से व्यापार, शिक्षा, और करियर में सफलता पाने के लिए इस दिन गणेश मंत्रों का जाप करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
✨ सर्वार्थसिद्धि योग का प्रभाव:
सर्वार्थसिद्धि योग 1 अप्रैल, 11:06 AM से 2 अप्रैल, 08:49 AM तक रहेगा।
🔹 इस योग में किए गए सभी शुभ कार्य सफल होते हैं।
🔹 नई शुरुआत, खरीदारी, नौकरी में बदलाव, और व्यापारिक निवेश के लिए यह एक शुभ योग है।
🌙 चंद्रमा का राशि प्रभाव:
1 अप्रैल को चंद्रमा शाम 04:30 PM तक मेष राशि में रहेगा और उसके बाद वृषभ राशि में प्रवेश करेगा।
🔹 मेष राशि में चंद्रमा ऊर्जावान, आत्मविश्वासी और साहसी बनाता है।
🔹 वृषभ राशि में चंद्रमा स्थिरता और धैर्य प्रदान करता है।
📿 किन राशियों को होगा लाभ?
✅ शुभ राशियाँ:
✔ वृषभ, मिथुन, सिंह, और मकर राशि वालों को इस दिन शुभ समाचार प्राप्त हो सकते हैं।
✔ मेष और धनु राशि वालों के लिए करियर में उन्नति के संकेत हैं।
❌ सावधानी बरतें:
⚠ कन्या, तुला और कुंभ राशि वालों को सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए।
⚠ मीन और वृश्चिक राशि वालों को जल्दबाजी से बचना चाहिए।
🌿 1 अप्रैल 2025 को क्या करें और क्या न करें?
✅ क्या करें?
✔ भगवान गणेश की पूजा करें और “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
✔ सर्वार्थसिद्धि योग में शुभ कार्य करें।
✔ चतुर्थी व्रत रखकर गणेश चालीसा का पाठ करें।
✔ शुभ मुहूर्त में नई योजनाओं की शुरुआत करें।
❌ क्या न करें?
❌ राहु काल में कोई नया कार्य न करें।
❌ भद्रा काल (04:04 PM से 02:32 AM) में कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें।
❌ नकारात्मक सोच और क्रोध से बचें, विशेष रूप से मंगल ग्रह के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए।
🔆 निष्कर्ष
1 अप्रैल 2025 का दिन वरद चतुर्थी और सर्वार्थसिद्धि योग के कारण अत्यंत शुभ है। भगवान गणेश की पूजा करने से सभी विघ्न दूर होंगे और मनोकामनाएँ पूर्ण होंगी। साथ ही, शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफलता प्रदान करेंगे।
आप सभी को वरद चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🙏
Leave a Reply