सोमवार, 10 मार्च 2025 का दैनिक पंचांग एवं शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग 10 मार्च 2025 सोमवार
भारतीय ज्योतिष के अनुसार, हर दिन का विशेष महत्व होता है। पंचांग हमें तिथि, नक्षत्र, योग और मुहूर्त की जानकारी देकर दिन को शुभ कार्यों के लिए उत्तम बनाने में सहायक होता है। आज हम विक्रम संवत 2081 (पिंगल) और शक संवत 1946 (क्रोधी) के अनुसार 10 मार्च 2025 का विस्तृत पंचांग प्रस्तुत कर रहे हैं।
तिथि एवं पक्ष
- शुक्ल पक्ष द्वादशी – 10 मार्च 07:45 AM से 11 मार्च 08:14 AM तक
- गोविंद द्वादशी और आमलकी एकादशी व्रत का विशेष महत्व
नक्षत्र
- पुष्य नक्षत्र – 9 मार्च 11:55 PM से 11 मार्च 12:51 AM तक
- आश्लेषा नक्षत्र – 11 मार्च 12:51 AM से 12 मार्च 02:15 AM तक
करण
- विष्टि करण – 9 मार्च 07:41 PM से 10 मार्च 07:45 AM तक
- बव करण – 10 मार्च 07:45 AM से 10 मार्च 07:56 PM तक
- बालव करण – 10 मार्च 07:56 PM से 11 मार्च 08:14 AM तक
योग
- शोभन योग – 9 मार्च 02:58 PM से 10 मार्च 01:56 PM तक
- अतिगण्ड योग – 10 मार्च 01:56 PM से 11 मार्च 01:17 PM तक
वार
- सोमवार
सूर्य और चंद्रमा की स्थिति
- सूर्योदय – प्रातः 06:44 AM
- सूर्यास्त – सायं 06:30 PM
- चंद्रोदय – दोपहर 03:09 PM
- चंद्रास्त – 11 मार्च 04:54 AM
- सूर्य की स्थिति – कुंभ राशि में
- चंद्रमा की स्थिति – पूरे दिन-रात कर्क राशि में संचार करेगा
शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त – 12:13 PM से 01:00 PM तक
- अमृत काल – 06:12 PM से 07:52 PM तक
- ब्रह्म मुहूर्त – 05:07 AM से 05:55 AM तक
अशुभ काल (दोषकाल)
- राहुकाल – 08:12 AM से 09:40 AM तक
- यम गण्ड काल – 11:08 AM से 12:37 PM तक
- कुलिक काल – 02:05 PM से 03:33 PM तक
- दुर्मुहूर्त – 01:00 PM से 01:47 PM, 03:21 PM से 04:08 PM तक
- वर्ज्यम् – 08:14 AM से 09:54 AM तक
आनंदादि योग
- प्रजापति (धाता) योग – 12:51 AM तक
- सौम्य योग – इसके बाद
वैदिक ऋतु एवं मास
- वैदिक ऋतु – शिशिर ऋतु
- द्रिक ऋतु – वसंत ऋतु
- अमांत मास – फाल्गुन
- पूर्णिमांत मास – फाल्गुन
चंद्राष्टमा
आज मूल, पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा (प्रथम चरण) नक्षत्र वाले जातकों के लिए चंद्राष्टमा रहेगा। ऐसे में इन जातकों को महत्वपूर्ण कार्यों में सतर्कता बरतनी चाहिए।
गण्डमूल नक्षत्र
- आश्लेषा नक्षत्र – 11 मार्च 12:51 AM से 12 मार्च 02:15 AM तक
विशेष शुभ योग
- सर्वार्थसिद्धि योग – 11 मार्च 06:43 AM से 12 मार्च 02:15 AM तक (आश्लेषा नक्षत्र और मंगलवार का संयोग)
- रवि पुष्य योग – 9 मार्च 11:55 PM से 10 मार्च 06:44 AM तक (पुष्य नक्षत्र और रविवार के संयोग से)
- सर्वार्थसिद्धि योग – 9 मार्च 11:55 PM से 11 मार्च 12:51 AM तक (पुष्य नक्षत्र और रविवार के संयोग से)
कैसे करें इस दिन को शुभ?
- गोविंद द्वादशी और आमलकी एकादशी के शुभ अवसर पर व्रत रखने से विशेष पुण्य फल प्राप्त होगा।
- सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
- अभिजीत मुहूर्त में नए कार्यों की शुरुआत करें।
- राहुकाल और दुर्मुहूर्त में महत्वपूर्ण कार्य करने से बचें।
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