4 अप्रैल 2025 शुक्रवार का पंचांग शुक्र ग्रह का प्रभाव और विशेष संयोग

4 अप्रैल 2025 शुक्रवार कापंचांग: शुक्र ग्रह का प्रभाव और विशेष संयोग

4 अप्रैल 2025 शुक्रवार का पंचांग: शुक्र ग्रह का प्रभाव और विशेष संयोग

4 अप्रैल 2025 शुक्रवार का पंचांग शुक्र ग्रह का प्रभाव और विशेष संयोग

आज का पंचांग 4 अप्रैल 2025 शुक्रवार

4 अप्रैल 2025, शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह के प्रभाव में रहेगा। ज्योतिष में शुक्र को सौंदर्य, प्रेम, कला, भोग-विलास और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन का प्रभाव विशेष रूप से वाणिज्य, फैशन, मनोरंजन और दांपत्य जीवन पर रहेगा। इसके अलावा, मिथुन राशि में चंद्रमा संचार और बौद्धिक गतिविधियों को प्रभावित करेगा। आइए जानते हैं इस दिन के पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और ज्योतिषीय प्रभावों के बारे में।

4 अप्रैल 2025 का पंचांग

विक्रम संवत – 2082, कालयुक्त
शक संवत – 1947, विश्वावसु
पूर्णिमांत मास – चैत्र
अमांत मास – चैत्र
वैदिक ऋतु – वसंत
द्रिक ऋतु – वसंत

तिथि और नक्षत्र

तिथि:

  • शुक्ल पक्ष सप्तमी – 3 अप्रैल, 09:41 PM से 4 अप्रैल, 08:12 PM तक
  • शुक्ल पक्ष अष्टमी – 4 अप्रैल, 08:13 PM से 5 अप्रैल, 07:26 PM तक

नक्षत्र:

  • आर्द्रा – 4 अप्रैल, 05:51 AM से 5 अप्रैल, 05:20 AM तक
  • पुनर्वसु – 5 अप्रैल, 05:20 AM से 6 अप्रैल, 05:32 AM तक

करण:

  • गर – 3 अप्रैल, 09:41 PM से 4 अप्रैल, 08:52 AM तक
  • वणिज – 4 अप्रैल, 08:52 AM से 4 अप्रैल, 08:13 PM तक
  • विष्टि – 4 अप्रैल, 08:13 PM से 5 अप्रैल, 07:44 AM तक

शुभ और अशुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त:

  • अभिजीत मुहूर्त – 12:05 PM – 12:54 PM
  • अमृत काल – 07:32 PM – 09:06 PM
  • ब्रह्म मुहूर्त – 04:43 AM – 05:31 AM

अशुभ मुहूर्त:

  • राहु काल – 10:57 AM – 12:29 PM
  • यमगंड काल – 3:34 PM – 5:07 PM
  • गुलिक काल – 7:52 AM – 9:24 AM
  • दुर्मुहूर्त – 08:47 AM – 09:37 AM, 12:54 PM – 01:43 PM
  • वर्ज्यम् – 02:04 PM – 03:38 PM

सूर्य और चंद्रमा की स्थिति

सूर्योदय – 06:20 AM
सूर्यास्त – 06:39 PM
चंद्रोदय – 10:59 AM
चंद्रास्त – 01:19 AM
सूर्य राशि – मीन
चंद्र राशि – मिथुन (पूरा दिन-रात)

प्रमुख ज्योतिषीय संयोग और योग

1. सर्वार्थसिद्धि योग

  • यह शुभ योग 5 अप्रैल, 05:20 AM से 5 अप्रैल, 06:19 AM तक रहेगा।
  • व्यापारिक कार्यों और किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत के लिए यह उत्तम समय होगा।
  • यह योग पुनर्वसु नक्षत्र और शुक्रवार के संयोग से बन रहा है, जो आर्थिक उन्नति और शुभ कार्यों के लिए बेहद फलदायी रहेगा।

2. शुक्र ग्रह का प्रभाव

  • चूंकि यह शुक्रवार को पड़ रहा है, जो शुक्र ग्रह का दिन होता है, इसलिए यह दिन कला, संगीत, मनोरंजन, सौंदर्य प्रसाधन और प्रेम संबंधों के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।
  • शुक्र मंत्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” का जाप करने से शुक्र ग्रह की अनुकूलता प्राप्त होगी।
  • इस दिन सफेद वस्त्र धारण करें और चावल, दूध, मिश्री का दान करें।

3. चंद्रमा मिथुन राशि में

  • चंद्रमा मिथुन राशि में होने से बुद्धि, संचार, तर्क और व्यापार से जुड़े मामलों में तेजी देखने को मिलेगी।
  • इस राशि में चंद्रमा के कारण नए लोगों से मिलने और नए विचारों को अपनाने का दिन रहेगा।

किन राशियों के लिए यह दिन शुभ रहेगा

शुभ राशियाँ:

  • मेष – व्यापार और करियर में प्रगति होगी।
  • वृषभ – पारिवारिक संबंध मजबूत होंगे।
  • सिंह – यात्रा से लाभ मिलेगा।
  • तुला – धन लाभ और प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी।

सावधानी बरतें:

  • मिथुन – ज्यादा सोचने से बचें और आत्मविश्वास बनाए रखें।
  • कन्या – खर्चों पर नियंत्रण रखें।
  • मकर – दांपत्य जीवन में संतुलन बनाए रखें।

4 अप्रैल 2025 को क्या करें और क्या न करें

क्या करें:

  • शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए सफेद वस्त्र धारण करें।
  • धन और व्यापार से जुड़े कार्यों की योजना बनाएं।
  • माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।
  • संगीत, कला और सौंदर्य से जुड़े कार्यों में सफलता मिलेगी।

क्या न करें:

  • राहु काल में कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें।
  • बिना सोच-विचार किए निवेश न करें।
  • मिथुन राशि के जातक अनावश्यक वाद-विवाद से बचें।
  • शुक्र ग्रह से जुड़े नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए अहंकार से बचें और दान करें।

निष्कर्ष

4 अप्रैल 2025, शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह के प्रभाव में रहेगा, जिससे सौंदर्य, प्रेम, कला, वित्त और व्यापार से जुड़े कार्यों में प्रगति देखने को मिलेगी। सर्वार्थसिद्धि योग और अमृत काल के प्रभाव से यह दिन नई योजनाओं की शुरुआत और महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अनुकूल रहेगा। चंद्रमा के मिथुन राशि में गोचर करने से बुद्धि और तर्क शक्ति में वृद्धि होगी, जिससे निर्णय लेने में आसानी होगी। शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए सफेद वस्त्र पहनें और जरूरतमंदों को दूध, मिश्री और वस्त्र दान करें।


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